बिहार सरकार ने 16960 करोड़ रुपए की लागत वाले पटना मेट्रो रेल परियोजनाओं को आज हरी झंडी दिखाते हुए उसका कार्यान्वयन एसपीवी मॉडल पर कराने के लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार और जीका तथा एडीबी के समक्ष भेजे जाने को मंगलवार को मंजूरी प्रदान कर दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद पत्रकारों से प्रधान सचिव ब्रजेश महरोत्रा ने बताया कि मंत्रिपरिषद ने 16960 करोड़ रुपए की लागत वाले पटना मेट्रो रेल परियोजनाओं का कार्यान्वयन एसपीवी माडल पर कराने के लिए केंद्र सरकार और जीका तथा एडीबी के समक्ष भेजे जाने को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने बताया कि इस 16960 करोड रूपये की लागत वाली तथा अगले पांच सालों में पूरी की जाने वाली इस परियोजना पर राज्य सरकार का 6544 करोड़ रुपए का व्यय करना होगा तथा जीका और एडीबी से 7812 करोड़ रुपए के रिण का प्रस्ताव है।
पटना मेट्रो रेल परियोजना के मुख्य तथ्य:
- कुल 16 हजार 960 करोड़ रूपये की पटना मेट्रो रेल परियोजना वर्ष 2021 तक पूरी कर ली जायेगी।
- पटना मेट्रो रेल परियोजना के लिए बिहार सरकार, केन्द्र और जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जाइका) से मदद लेगी।
- इस परियोजना के पहले चरण में 13.68 किलोमीटर ईस्ट-वेस्ट कोरिडोर पर काम होगा. इसमें दानापुर, सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्रा, रूकनपुरा, राजाबाजार, गोल्फ क्लब, पटना जू, विकास भवन, हाइकोर्ट, इनकम टैक्स, पटना जंक्शन, मीठापुर स्टेशन होंगे।
- दूसरे चरण में 14.20 किलोमीटर नार्थ-साउथ कोरिडोर बनेगा जिसमें पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच), पटना विश्वविद्यालय, प्रेमचंद्र रंगशाला, राजेंद्रनगर, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच), कुम्हरार, गांधी सेतु, जीरो माइल और न्यू आइबीटीएस स्टेशन होंगे।